
कैसे तराशें अपने आप को ? यह प्रश्न चिन्ह सा डोलता है मन में. यह देख , चाँद थोङ झुका अौर बोला। देखो, मैं तो सनातन काल से यही कर रहा हूँ। हर दिन, अपने आप को तराशता रहता हूँ। जब-जब अपने में कमी नज़र आती है। अपने को पूरा करने की कोशिश में लग जाता […]
अपने आप — The REKHA SAHAY Corner!